These are some thoughts, that come across mind during course of life.. some are sweet, some are bitter, some are sad and some are cherishing.....
Thursday, July 12, 2012
वो मेहरबान हो गए
वो मंजिलें भी खो गयीं, वो रास्ते भी खो गए,
जो आशना से लोग थे, वो अजनबी से हो गए,
ना चाँद था ना चांदनी, अजीब थी वो जिंदगी,
चिराग थे कि बुझ गए, नसीब थे कि सो गए,
ये पूछते हैं रास्ते, रुके हो किस के वास्ते,
चलो तुम भी अब चलो, वो मेहरबान हो गए|
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