
तुम्हारी याद से हर पल सजा हुआ campus ,
मै क्या करूँ कि भुला ही नहीं सका campus,
ना जाने कौन उसका आखिरी यहाँ रह गया होगा ,
कि उसकी आखिरी साँसों में दुआ थी campus ,
कल रात JNU की सडको पे जो तुझे याद किया ,
तुझे खबर है मेरे साथ खुद रो पड़ा campus,
उदास नहर में तुम पाँव डाले रहती थी ,
तेरे बाद खुद उदासी में ढल गया campus ,
हर 1 department से उसके कहकहे गूंजे
उसके बाद दोस्त जब भी मै गया campus …
Author: Narendra Kumar alias 'Nandy'
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