Thursday, May 26, 2011

जिस फूल को देखूँ वही पैमाना हुआ है...

"बदनाम मेरे प्यार का अफ़साना हुआ है
दीवाने भी कहते हैं कि दीवाना हुआ है

रिश्ता था तभी तो किसी बेदर्द ने तोड़ा
अपना था तभी तो कोई बेगाना हुआ है

बादल की तरह आ के बरस जाइए इक दिन
दिल आप के होते हुए वीराना हुआ है

बजाते हैं ख्यालों में तेरी याद के घुंघरू
कुछ दिन से मेरा घर भी परीखाना हुआ है

मौसम ने बनाया है निगाहों को शराबी
जिस फूल को देखूँ वही पैमाना हुआ है"

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